गुरुवार, 12 अक्टूबर 2023

तारीख बदलनी चाहिए.... और बदल गई, अब 25 नवंबर को वोटिंग नामांकन रिजल्ट की तारीख वही

अब ब्याव बाद चुनाव मुख्य चुनाव आयुक्त को राजस्थान के लोगों ने व मीडिया ने मेल भेजकर राजस्थान के लोगों की भावनाएं भी बताई

आयोग ने निर्णय बदलने के ये 3 कारण बताए-

  1. मीडिया और विभिन्न राजनीतिक पार्टियों ने तारीख बदलने का विचार रखा।
  2. 23 नवंबर को बड़ी संख्या में शादियां और सामाजिक आयोजन है। 
  3. लाखों लोग निजी कार्यक्रमों में व्यस्त होंगे, आवागमन के साधन कम रहेंगे।

चुनाव आयोग को राजस्थान में मतदान की तारीख बदलनी चाहिए क्योंकि उसी दिन अबूझ साया है। प्रदेश में 45 हजार से ज्यादा शादियां हैं।  ऐसे में मतदाता पारिवारिक कार्यक्रमों में व्यस्त होंगे और मतदान का प्रतिशत घट सकता है।

बदलाव के लिए मीडिया की मांग, लोगों की व्यस्तता को कारण माना

प्रदेश में देवउठनी ग्यारस के दिन 23 नवंबर की जगह अब मतदान 25 नवंबर को होगा चुनाव आयोग ने बुधवार को इसकी घोषणा की।  चुनाव की तारीखें घोषित होने के साथ ही मीडिया ने यह मुद्दा उठाया था। लिखा था कि देवउठनी एकादशी अबूझ सावा है, इस दिन 45 हजार से अधिक शादियां हैं, लाखों लोग व्यस्त रहेंगे। इससे वोटिंग प्रतिशत गिरेगा। इसके साथ ही भास्कर ,पत्रिका व देश के तमाम मुख्य समाचारों ने देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार को ईमेल कर भी यही मांग रखी थी कि तारीख बदली जाए। आयोग ने इन तथ्यों को आधार रखते हुए तारीख बदलने का निर्णय किया।

23 नवंबर पर्व और सावा एक साथ इस दिन देवउठनी एकादशी का अबूझ सावा है। प्रदेश में करीब 45 हजार शादियां और कई मंदिरों में बड़े आयोजन हैं। 

गौरतलब कि राजस्थान के इतिहास में यह पहली बार है, जब चुनाव की तारीख घोषित होने के बाद बदली गई हो। भारत निर्वाचन आयोग ने बुधवार शाम तारीखों का नया शिड्यूल भी जारी कर दिया है। नामांकन जमा करने, वापस लेने और परिणाम की तारीखों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। अब गुरुवार की जगह सप्ताहांत यानी शनिवार के दिन मतदान होगा।