प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तेजस विमान में
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तेजस में उड़ान भर रहे थे तेजस में सवार होते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , इस जहाज का जिसमें प्रधानमंत्री ने 45 मिनट तक उड़ान भरी है कैसे वायुसेना के पायलट की ही वर्दी उन्होंने पहनी हुई थी। हाथ पर इंडिया का बैज लगा हुआ था,जो नेम प्लेट है , उसमें नरेंद्र मोदी हिंदी में लिखा हुआ था। 45 मिनट तक उन्होंने भरी उड़ान भरी है। तेजस विमान में और यह अंदर का भी कॉकपिट का भी प्रधानमंत्री का वीडियो और देखिए साथ-साथ पीछे एक और एयरक्राफ्ट जो है । वो चलता हुआ दिखाई दे रहा है प्रधानमंत्री के एयरक्राफ्ट के साथ-साथ प्रधानमंत्री वेव कर रहे हैं उस दूसरे विमान में पायलट को थम्स अप का इशारा कर रहे हैं ।यह आप देख सकते हैं आगे जो हैं वायुसेना के पायलट बैठे हुए हैं और पीछे प्रधानमंत्री हैं ये भी कहा जा रहा है कि कुछ देर के लिए शायद उनको भी एहसास कराया गया कि जो कंट्रोल्स होते हैं वो हाथ में लेने पर कैसा महसूस होता है ।लहांग का एयरबेस जो है , बेंगलुरु का वहां की तस्वीरें हैं ये एचएल अ की तर के द्वारा यह जहाज बनाया गया है और यह तस्वीर जब प्रधानमंत्री का जहाज जब लैंड हुआ
आप इस वक्त देख रहे हैं और सामने वायो सेना अध्यक्ष मौजूद हैं एचएएल के अधिकारी भी हैं ।सामने और ये देखिए प्रधानमंत्री जैसे कोई फाइटर पायलट विमान से उतर कर चलकर के आता है । कुछ उसी अंदाज में प्रधानमंत्री भी चलते हुए आपको दिखाई दिए तो यह लेकिन अपने आप में बहुत बड़ा एंडोर्समेंट है इस जहाज का तेजस विमान का जो भारत ने स्वदेशी तकनीक से से डेवलप किया है। बनाया है एचएल ने हिंदुस्तान एरोनोटिक्स किक्स लिमिटेड ने इसकी विदेशी कई देशों ने इसमें रुचि भी दिखाई है ,इसकी खरीद में भारतीय वायु सेना को दो स्क्वाड्रन जो है वह सप्लाई किए जा चुके हैं जा चुके हैं एचएल की तरफ से और भी कई विमानों का ऑर्डर एचएल को भारतीय वायु सेना ने दिया है तो यह तस्वीर आज की है दिन की तस्वीर है जब प्रधानमंत्री ने इसमें उड़ान भरी थी यह आप देखिए आसमानों के ऊपर उड़ान भरता तेजस और उसमें सवार प्रधानमंत्री कॉकपिट के अंदर की तस्वीर है ।
दूसरे जेट ने एयरक्राफ्ट से तस्वीर खींची
ये फाइटर जेट तेजस में प्रधानमंत्री ने आज जब सवारी की उड़ान भरा उड़ान भरी उस वक्त की तस्वीर है यह जो दूसरा जहाज है देखिए कितनी खूबसूरत तस्वीर एक एक फाइटर क्राफ्ट एयरक्राफ्ट में प्रधानमंत्री बैठे हैं, दूसरे जेट एयरक्राफ्ट से तस्वीर खींची वह भी आपने देखा और लैंडिंग की तस्वीर इस वक्त बड़े खुश प्रधानमंत्री जो हैं वह नजर आ रहे हैं सामने सभी अधिकारी जो थे वह ताली बजाकर उनका स्वागत कर रहे थे और उतरने के बाद यह उनके जो को-पायलट थे उनसे हाथ मिलाया। प्रधानमंत्री ने 45 मिनट तक हवा में रहा यह जहाज प्रधानमंत्री को लेकर वायु सेना की तरफ से पूरी तैयारी थी। प्रधानमंत्री को यह अनुभव कराने के लिए और आज जब वह इस विमान में सवार हुए तो पूरी ब्रीफिंग की गई उनको बताया गया कि जब आप फाइटर एयरक्राफ्ट में चलते हैं , चढ़ते हैं तो कैसा क्या-क्या अनुभव आपको हो सकता है। आप कुछ अजीब भी फील करें तो उनसे कहा गया कि अगर ऐसा आपको कुछ भी लगता है जब जहाज हवा में हो तो उस वक्त आप पायलट को बताएं अगर आपको जरा भी कुछ दिक्कत हो रही हो तो, हालांकि बताया गया कि प्रधानमंत्री को कोई तकलीफ नहीं हुई ।पूरी इस फ्लाइट के दौरान और जब वो उतरे हैं तो बड़े खुश थे उन्होंने इसके बाद धन्यवाद दिया शुभकामनाए दी हैं। एचएल को डीआरडीओ को और भारतीय वायु सेना को ये देखिए ,जो पायलट उनको लेकर के इस जहाज में इस विमान में गए थे उनसे हाथ मिला रहे थे प्रधानमंत्री और यह जो बगल में दर्ज चल रहा है ' उससे यह तस्वीर खींची गई जो आपने अभी देखी यह कॉकपिट की तस्वीर है टी राघवन जुड़ गए हमारे साथ राघवन तो तस्वीरें भी आ गई वीडियो आ चुके हैं।
इस उड़ान के बड़ी खूबसूरत तस्वीरें
प्रधानमंत्री के इस उड़ान के बड़ी खूबसूरत तस्वीरें और पूरी तैयारी के साथ वीडियो बनाया गया देखिए एक जहाज चल रहा है उस वहीं से जो है दूसरे जहाज जिसम प्रधानमंत्री सवार उसकी भी सवारी की तस्वीरें ली जा रही है जी बिल्कुल देखिए सौर बहुत ही बेहतरीन और शानदार तस्वीरें इन्हे कहा जा सकता है क्योंकि देश के प्रधानमंत्री ने एक इंडियन असली डेवलप्ड लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट में आज उड़ान भरी ।
बेंगलुरू के लिए एचएएल के कर्मचारियों के लिए और बाकी जितनी भी अ जो संगठन है जो इस इस जिस विमान को बनाने में जिनकी दशकों की मेहनत रही ऐसा कहा जा सकता है क्योंकि आप जैसा लगातार चर्चा करते रहे हैं कि बहुत लंबा समय लगा इस कॉन्फिडेंस को पाने में लेकिन आज एक बड़ा कॉन्फिडेंस एक और ज्यादा कह सकते हैं निश्चितता जो है वो प्रधानमंत्री ने उस उड़ान के जरिए दी है एचएएल को जैसा हम लगातार इस बात की चर्चा कर रहे हैं कि जो अ लेगस एयरक्राफ्ट है उसको बदलने की अब बात कही जा रही है तो ऐसे में तेजस की भूमिका बहुत ज्यादा निर्णायक रहने वाली है दो स्नेहमय का ऑलरेडी फॉर्मेशन हो चुका है 83 विमानों की ऑलरेडी ऑर्डर जो है वो दिए जा चुके हैं एक विवाद जो लगातार था सौरभ राजनीतिक तौर पर बात कर ले तो कि एचएएल में ऑर्डर बुक जो है वो खाली हो गए हैं इस वजह से एंप्लॉयमेंट को सैलरी नहीं मिलेगी ऐसा कहते हुए हमने देखा था कि 2018 में राहुल गांधी ने य पर एक बहुत बड़ा धरना दिया था लेकिन अब एचएएल के लोग एचएल के अधिकारी कर्मचारी यह कहते हैं कि 24 घंटे उनके लिए काम करने के लिए कम पड़ रहे हैं और आज की ये उड़ान इस बात को दिखाने के लिए काफी है कि एचएएल आने वाले दिनों में बहुत ज्यादा बिज एस्टेट ऑर्गेनाइजेशन होने वाला है । बिल्कुल ठीक आप कह रहे हैं राघवानंद इस वक्त बेंगलुरु से लाइव जुड़े हुए हैं और ये जो तस्वीरें इस वक्त आप देख रहे हैं ये वाकई में बड़ी खास है ये एक्सक्लूसिव है देश के प्रधानमंत्री जो कि खुद एक एक फाइटिंग अप्रोच वाले लीडर हैं वो आज फाइटर जट तेजस में उड़ान पूरी कर रहे हैं
बेहद खास बेहद शानदार अनुभव
वाकई में यह बेहद खास बेहद शानदार अनुभव कहा जा सकता है राघवन अगर मैं इसे इस तरीके से आपके सामने रखूं कि अगर खुद उनकी पर्सनालिटी की हम बात करें वो मेक इन इंडिया की बात करते हैं व राष्ट्र सर्वोपरि की बात करते हैं वो एक फाइटिंग स्पिरिट के साथ लीडरशिप में विश्वास रखते हैं और तेजस में इस तरह से उड़ान भरना यह उनकी अपनी पर्सनालिटी को और ज्यादा अगर हम यह कहे एनहांस करता है और कंप्लीमेंटकरता है तेजस के साथ जी बिल्कुल देखिए मीनाक्षी अगर डिफेंस सेक्टर की बात कर लें तो विदेशी निर्भरता से ऊपर उठकर अगर आज भारत 15000 करोड़ रुपए के मूल्य की वस्तुओं को निर्यात करने की स्थिति में पहुंचा है तो यह सब चीजें बताती है कि किस तरह से पिछले नौ सालों में जो है यह पूरा रि हॉलिंग इसका हुआ है आज की अगर हम बात कर ले आप उस कॉन्फिडेंस को देखें जिस तरीके से प्रधानमंत्री ने इस पूरे फ्लाइट को अनुभव किया है 45 मिनट की ये सॉफ्टवेयर हमें बताई गई थी और यह बताया गया था कि जब जी ग्रेविटेशनल पुल के कुछ पार वो चले गए थे g6 जिसे कहा जाता है वहां पर उनको खुद ये कंट्रोल दे दिया गया था कुछ मिनटों के लिए उन्होंने पूरे फ्लाइट को अपने आप कंट्रोल किया था कितनी गहराई से इसकी स्टडी उन्होंने की होगी क्योंकि बहुत आसान काम नहीं है हमने कई सारी ऐसी हस्तियों को इस तेजस विमान में लड़ाकू विमान में उड़ते हुए देखा है उसके बाद जब हम उनसे बात करते हैं तो वो बताते हैं कि बहुत बहुत ही ज्यादा हॉरिफाइंग एक्सपीरियंस होता है
देश के प्रधानमंत्री उड़ान भरते हुए
क्योंकि आपका जो बॉडी है वह बिल्कुल साथ नहीं देती है ऐसे समय में जब आप इतनी ऊंचाई पर ग्रेविटेशनल पुल को चीरते हुए उड़ान भर रहे हो लेकिन जो चेहरे पर कॉन्फिडेंस प्रधानमंत्री के नजर आ रहा है वो वाकई में ये बताने के लिए काफी है कि जिस फ्लाइट में तेजस मार्क वन ए जिन्होंने आज ट्रेनर एयरक्राफ्ट में उड़ान भरी है वह सशक्त है वो बिल्कुल सेफ है जिस बात को लेकर लगातार चर्चाएं होती रही है पिछले कई दशकों से जब से तेजस प्रोग्राम को डिजाइन किया गया तब से इसमें देरी जो है लगातार इस बात को भी लेकर होती रही विदेशी एयरक्राफ्ट पर निर्भरता की लगातार बात होती रही लेकिन अब जिस तेजस के नए रूप को हम देख रहे हैं और जिस तरह से प्रधानमंत्री ने आज उसको एक और इंपिटस दिया एक और उसमें आवश्यकता जो है उसकी और ज्यादा उसको बल देते हुए जो हमारे डिफेंस सेक्टर के जितने ठीक क जब आप डिफ सेक्टर के ग्रोथ की बात राघवन करते हैं ये तस्वीरें एक्सक्लूसिव है लेकिन अगर हम इंडियन डिफेंस सेक्टर के ग्रोथ की बात करें तो यह क्लू सिव है और वाकई में यह तस्वीरें बहुत ही खूबसूरत लग रही हैं बहुत ही शानदार लग रही हैं, अभूतपूर्व है इस तरीके की तस्वीरें उन्होंने देश के प्रधानमंत्री को इस तरह से उड़ान भरते हुए स्वदेशी एयरक्राफ्ट तेजस में मनीष प्रसाद हमारे साथ हमारे डिफेंस एक्सपर्ट भी जुड़े हुए हैं
मनीष मैंने जिस इंक्लूसिव ग्रोथ की बात की इंडियन नेस की बात की राष्ट्र सर्वोपरि की बात की वो तमाम बातें आज की इस तस्वीर में नजर आती है मनीष आप मुझे सुन पाए हैं राघवन आप प्लीज इस सवाल का अगर जवाब दे पाए जी बिल्कुल देखिए यह लगता है कि प्रधानमंत्री ने यह तय किया था कि वह तेजस की उड़ान भरेंगे और ऐसा नहीं है कि आप सोचे और आप इस काम को कर पाए क्योंकि इसके लिए बहुत मेहनत लगती है बहुत सारी चीजों से आपको गुजरना पड़ता है एक मेडिकल टेस्ट बाकायदा इसमें लिया जाता है आपका आईसाइट टेस्ट होता है क्योंकि जिस ऊंचाई पर आप इस विमान के साथ उड़ते हैं और जो रफ्तार इसकी होती है उस पर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि प्यू किंग हो जाती है ब्लैक आउट हो जाता है आपका ब्लड प्रेशर जो है वो बहुत ज्यादा चढ़ जाता है ऐसे में इन चीजों को समझते हुए इन बातों को ध्यान में रखते हुए इन चीजों को पूरी तरह से गहराई से अध्ययन करने के बाद आज प्रधानमंत्री ने इस उड़ान को भरा है और उन्होंने जिस तरह से इसको पेश किया कि आज वो गर्व महसूस कर रहे हैं कि एक इंडिजिनियस विमान में उन्हें उड़ान भर करने का मौका मिला और यह वर्ल्ड क्लास है तेजस जो है अब उन विमानों की श्रेणी में आता है हल्के विमानों की अगर हम बात कर ले लड़ाको विमानों की मीनाक्षी तो उन विमानों की श्रेणी में आता है जिसकी तुलना अब f16 गपन जैसे टेस्टेड विमानों के साथ की जाने लगी और यह जो आज की उड़ान है ये और इसको और मजबूती देने वाली है जैसा हम जिक्र कर रहे थे कि दुबई में जो अभी एयर डिस्प्ले हुआ था उसमें तेजस का नाम पूरी दुनिया में एक बार फिर कह सकते हैं कि पूरी मजबूती के साथ लिया गया जिस तरह से एयर डिस्प्लेस तेजस के दुनिया भर में अब हो रहे हैं
क्या है पूरी प्रोसेस
कई सारे देश जो है अब तेजस की डिमांड करने लगे हैं तो ऐसे में इस इंडिजिनाइजेशन को इस स्वदेशी करण को और आगे बढ़ाना और प्रधानमंत्री खुद अगर इस काम को करते हैं तो एक मैसेज पूरी दुनिया के मैप पर एक बड़े लेवल पर जाता है हमारे साथ हमारे डिफेंस एक्सपर्ट मनीष प्रसाद अगर जुड़ गए मनीष अ अच्छी खासी तैयारी करनी पड़ती होगी किसी भी फाइटर जेट में उड़ान भरने से पहले तो इस मामले में आपके पास और क्या डिटेल्स आई हैं अ प्रधानमंत्री जिस तरीके से कॉन्फिडेंट जी नर आ रहे हैं जिस तरीके से हाथ वेव करते हुए थम्स अप का इशारा करते हुए एज इफ वो एंजॉय कर रहे हैं
इस राइट को मीनाक्षी आपको ध्यान होगा कि जब मैंने इस पर सॉटी की थी तो पूरा एक प्रोसीजर होता है जिसका पालन करना पड़ता है ठीक सोचे समझे तरीके से आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी टेल नंबर एलटी 5201 इस जो तेजस मार्क वन है इसका टेल नंबर है इसमें जब वो पहुंचे तो सबसे पहले उनकी टेस्टिंग हुई जो हमें बताया गया वो 45 मिनट की सौटी से पहले उनको प्लेटफॉर्म फैमिल आइजे यानी यह तेजस फाइटर एयरक्राफ्ट है उससे फैमिल आइज करवाया गया बताया गया उसी दौरान वह एचएएल के हैंगर में गए वहां पर वह सभी लोगों से मिले और फिर उसके बाद जी सूट जो उन्होंने जो कपड़े पहन रखे हैं वो जी सूट है और सेवन नंबर का जी सूट उन्होंने पहना पहनने के बाद उसपे नरेंद्र मोदी हिंदी में लिखा हुआ है आप ध्यान दीजिएगा लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट का लोगो है बैज वहां पे लगा रखा है और उसके साथ-साथ तेजस का एक और चेस्ट पे उन्होंने बैज लगा रखा रखा है उनको बताया गया समझाया गया उससे पहले उनका मेडिकल टेस्ट हुआ मेडिकल टेस्ट में ब्लड प्रेशर चेक किया गया आईसाइट चेक किया गया उनको फैमिला इज किया गया उसके अलावा प्रधानमंत्री को बॉन्ड भरवाया गया एक पेपर होता है
उद्देश्य
जिसमें लिखा होता है कि वो स्वेच्छा से यह सब फ्लाई कर रहे हैं उसको साइन किया उन्होंने साइन करके उन्होंने दिया और फिर उसके बाद वो टरमक पर आए जो हमें जानकारी मिली उस समय भारतीय वायु सेना के चीफ एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और एवीएम रैंक ऑफिसर वहां पे मौजूद थे ग्रुप कैप्टन मंडल ने अ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ फ्लाई किया वो वहां पर मौजूद थे उन्होंने हमें बताया कि प्रधानमंत्री बहुत इच्छुक थे जानने के लिए कि इसके अंदर क्या-क्या ऐसी खूबी है जिसकी वजह से छह कंट्रीज जिसमें ऑस्ट्रेलिया इजिप्ट अर्जेंटीना समेत तीन और कंट्रीज ने अपनी इच्छा जताई कि वो उनको यह तेजस लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट चाहिए और यही वजह है कि अब हम मेक फॉर इंडिया मेक इन इंडिया के साथ मेक फॉर वर्ल्ड बनाने लग गए हैं और आप यह साधारण शब्दों में समझे तो इस समय 40 की संख्या में भारतीय वायुसेना में तेजस है और जो दो स्क्वाड्रन में है अब 83 और प्लस 97 और ऑर्डर दिया गया है अब बात करते हैं आज की जब प्रधानमंत्री उसमें टेक ऑफ कर रहे थे तो उससे पहले उनको समझाया गया बताया गया कि थ्रोटल है जो कि लेफ्ट साइड पर है और जब वो फ्लाई करेंगे करीबन 10000 से लेकर 20000 की हाइट पर उस दौरान करीबन एक से दो मिनट का मौका वो होगा
जब पूरा कंट्रोल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ होगा इसलिए दो ट्विन सीटर एयरक्राफ्ट एक साथ फ्लाई किए ट्विन सीटर एयरक्राफ्ट जो तेजस के एक साथ फ्लाई करने के बाद सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ये ट्विन सीटर जिसको ग्रुप कैप्टन मंडल फ्लाई कर रहे थे उन्होंने टेक ऑफ किया उसके बाद दूसरा टेक ऑफ किया करीबन 10000 फीट की हाइट के ऊपर जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगे बढ़ रहे थे आपको ध्यान होगा कि वो बिल्कुल उनको बताया गया कि जो बेल्ट है उसके साथ वो लग के रहे और फिर जो सीट है उसके साथ रहे यहां तक कि इजेक्शन का भी बताया गया कि अगर कुछ अनियमितता होती है तो कैसे इंजेक्ट होना है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने चि उसी अंदाज में बहुत खुश थे और उ सब का हौसला बढ़ाते हुए जब वो टेक ऑफ किए तो धीरे-धीरे जी यानी ग्रेविटेशनल पुल को बढ़ाया गया वन से स्टार्ट किया गया सिक्स तक लेकर दर्शक की निगाह से अगर इस तस्वीर को देखती हूं तब तो मुझे बहुत ही एडवेंचरस लगता है लेकिन आई एम श्यर आप खुद कह रहे हैं कि आपने यह राइट करके देखी है आपने एक्सपीरियंस करके देखा है और आप इस अनुभव से भली भाती वाकिफ है लेकिन राघवन मेरा तो सवाल यह है कि मनीष ये कह रहे हैं कि ऑलरेडी छह कंट्रीज तेजस को लेकर डील कर रही है अगर हम डिफेंस सेक्टर में भारत के ग्रोथ की बात करें तेजस बहुत अच्छे से तेज पूर्ण तरीके से आगे बढ़ रहा है इसमें भी कोई दो राय नहीं लेकिन फिर प्रधानमंत्री ने यह क्यों तय किया कि वह तेजस में उड़ान भरेंगे यह यह प्रधानमंत्री के दिमाग में कैसे आया होगा जी देखिए इसके पीछे एक बहुत बड़ा पॉलिटिकल मैसेज भी मीनाक्षी इसको समझना होगा एचएएल को एक बीमारू पीएसयू घोषित करने में किसी भी तरह की कोई कमी नहीं रखी गई अगर हम पिछले 810 सालों की राजनीतिक घट घटनाक्रम को देखें जहां पर मैं खड़ा हूं यह एचएएल का हेड क्वार्टर है इसके बिल्कुल बाहर हमने देखा था कि 2018 में राहुल गांधी ने एक बहुत बड़ा धरना प्रदर्शन किया था जिसमें एचएएल के एंप्लॉई यूनियन को उन्होंने शामिल किया था और यह कहा था कि एचएएल का ऑर्डर बुक खाली हो गया है यहां पर एंप्लॉयज को आने वाले समय में सैलरी नहीं मिलेगी यह तब कहा गया था उस वक्त और आज की परिस्थिति देखिए कि एचएएल के एंप्लॉयज एचएएल का मैनेजमेंट खुद यह कहता है कि उनके पास काम करने के लिए 24 घंटे भी कम पड़ रहे हैं
लोगो से जानिए
जैसे हमारे सहयोगी मनीष ने बताया कि ऑर्डर वो कंपलीटली फीड है 83 एयरक्राफ्ट का ऑर्डर पहले से ही आ चुका है 97 अपग्रेडेड एयरक्राफ्ट जो जिसकी बात करते हैं मार्क टू जो अभी डेवलपमेंटल स्टेजेस में है उसकी भी चर्चाएं होने लगी और विदेशी जो ग्राहक हैं कंज्यूमर्स हैं वो भी अब अप्रोच करने लगे हैं तो आप अंदाजा लगाइए कि यह किस तरह से पॉपुलर इज किया जा रहा है उस क्रम में आज की उड़ान को अगर हम जोड़कर देखें प्रधानमंत्री को तो यह साफ पता चलता है कि दुनिया में एक बड़ा मैसेज देने की कोशिश की जा रही है कि जो तेजस हमारा अपना एयरक्राफ्ट है भारत में डेवल ल एयरक्राफ्ट है वो वर्ल्ड क्लास है वर्ल्ड क्लास अपग्रेडेशन के साथ उपलब्ध है और दुनिया अब उसको लेने के लिए मन बना सकती है मनीष जो बात राघवन कह रहे हैं आपको भी यही लगता है यह एक बहुत बड़ा रीजन है मीनाक्षी आप साधारण शब्दों में आप समझिए पहली बात तेजस की ये सौटी 45 मिनट की सौटी सिंबॉलिक अर्थ है इसका कि देश आत्मनिर्भरता की तरफ आगे बढ़ रहा है और धीरे-धीरे मेक फॉर वर्ल्ड के लिए आगे बढ़ रहा है राघवन की बात से सहमत है लेकिन आप इसके पीछे का एक कांटेक्ट समझिए एचएल को लेकर कई बार कई अलग-अलग तरीके की बातें सामने आई हैं लेकिन इस समय तेजस की की जरिए साथ में लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट और लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर के जरिए और एचएल को सशक्त किया गया है लेकिन आप इस तस्वीरों का महत्व समझिए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जो मैं आपको संकेतिक तौर पर बता रहा था जो सिंबॉलिक नहीं बल्कि इसका असर चाहे वो देश हो या विदेश सब जगह जा रहा है आप समझिए कि 6g की स्पीड में 1.6 जो इसकी मैक्सिमम स्पीड है यानी 1918 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से प्रधानमंत्री जब हवा में उड़ रहे हैं 10000 फीट की हाइट पर व देश के जो गौरव है उसको बता रहे हैं दर्शा रहे हैं दिखा रहे हैं इसका असर देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी पड़ेगा हर जगह पड़ेगा दूसरी बात लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस मार्क वन को अब मिग 21 की जगह जो फेज आउट हो रहा है उसकी जगह पूरी तरीके से डाला जा रहा है ताकि एयर सुपीरियोर के तौर पर भारतीय वायुसेना अपनी एडवर्सरीज यानी चीन और पाकिस्तान को भी टक्कर दे सके तीसरी बात जब प्रधानमंत्री इसमें कर रहे हैं आप देखिए प्रधानमंत्री बिल्कुल सोचे समझे अंदाज में जो उनको बताया गया समझाया गया उसके हिसाब से जैसे ही उन्होंने टेक ऑफ किया टेक ऑफ करने के साथ-साथ जब वो हवा में थे तो उस दौरान जो दूसरा एक और ट्विन सीटर तेजस फाइटर एयरक्राफ्ट आपको दिखाई देगा जो करीबन वहां से 300 मीटर के डिस्टेंस पे था हवाई डिस्टेंस पे था उसको थम्स अप रेस किया क्योंकि देश का प्रधानमंत्री खुद तेजस में फ्लाई कर रहा है ये देश के लिए और आत्मनिर्भरता के लिए बहुत ही गौरव की बात है उसके अलावा देश मेक इन वर्ल्ड मेकर मेक फॉर वर्ल्ड के लिए आगे जा रहा है इसी इसलिए छह कंट्रीज ने तेजस को लेने के लिए अपना लाइक नेस दिखाया है
मोदी ने बढ़ाया देश का मान
वो चाहते हैं कि वो इसे खरीदे इसके लिए आगे नेगोशिएशन चलेगा एचएल सशक्त हुआ देश देश मेक फॉर वर्ल्ड बना रहा है सांकेतिक तौर पर देश का परचम हर जगह चांद से लेकर हवा से लेकर जमीन तक लहरा रहा है और प्रधानमंत्री का ये फ्लाई करना एक बहुत बड़ी बात है दूसरी बात जब आप देख रहे हैं कि यहां पे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब अपने पूरा ये पूरा सफर तय करके आए 45 मिनट्स का तो मैसूर एक्सेस की तरफ वो गए वहां जाने से उनको बताया गया जो इसमें सेंसर्स और वेपन सिस्टम लगा हुआ है यानी दूसरा अगर एयरक्राफ्ट फ्लाई कर रहा है ट्विन सीटर हो या सिंगल सीटर हो या एडवर्सरी का हो तो उसे आसानी से इसमें जो वेपन लगे हुए हैं यानी हथियार जो लगे हुए हैं उसकी मदद से इसे सीधा लॉकडाउन लॉक किया जा सकता है और उसको त उसका पूरी तरीके से तबाह किया जा सकता है तो ये इसकी काबिलियत बताता है
अब आप समझिए सिंगल सीटर और ट्विन सीटर के तौर पर इस समय भारतीय वायुसेना में दो स्क्वाड्रन फ्लाइंग डग्स और फ्लाइंग बुलेट और जो सलूर में बेस है लेकिन लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल से लेकर लाइन ऑफ कंट्रोल तक यह तेजस अपने एयर सुपीरियोर को दिखाते हुए कॉम्बैट एयर पेट्रोल अलग-अलग जो फाइटर स्क्वाड्रन है भारतीय वायु सेना की उसके साथ करते आए हैं तो यह सांकेतिक महत्व है देश की आत्मनिर्भरता का देश के बल का देश की कैपेबिलिटी का और ऑपरेशन प्रिपेयर्स का अब इसका आप राजनीतिक महत्व निकालिए राजनीतिक मतलब निकालिए वो अलग बात है लेकिन आज के दिन राजनीतिक मतलब तो देखिए हम निकालेंगे हमारा ये तो देखिए काम है राघवन इसलिए हम पॉलिटिकल बात तो करेंगे एक तरीके का जो प्रोपेगेंडा चलाने की कोशिश हो रही थी देश में और मैं तो यह कहती हूं कि विदेशों में भी एक तरीके की चर्चा य चलाने की कोशिश हो रही होगी कि आप इंडिया से यह डिफेंस डील क्यों कर रहे हैं तो आज एक बहुत बड़ी मैसेजिंग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उड़ान के बाद उन लोगों के जहन में भी आ गई होगी और तभी हम य लगातार लिख रहे हैं विरोधी धड़ाम और इसलिए धड़ाम है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की य उड़ान राजनीतिक तौर पर भी बड़ी कामयाब कही जाएगी राघवन जी बिल्कुल देखिए एचएएल को ही सबसे ज्यादा निशाने पर लाया गया था
निष्कर्ष
अगर हम राजनीतिक तौर पर बात कर लें क्योंकि हिंदुस्तान एरोनोट लिमिटेड बेंगलुरु से ऑपरेटेड एक पीएसयू है और यह कहा गया था कि अब खत्म होने की कगार पर है सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है प्रधानमंत्री ने उस वक्त चुप्पी सा दी लेकिन उसके बाद जो जवाब दिया हम आप जानते हैं कि यहां से बिल्कुल 60 किमी दूर टुमकुर में एक ऐसा हेलीकॉप्टर डिवीजन बना है एचएल का मीनाक्षी जो एशिया का टॉप नॉच हेलीकॉप्टर डिवीजन है वहां पर जैसा अभी मनीष बता रहे थे एल और एलसीएच की जो है मैन्युफैक्चरिंग वहां पर शुरू हो रही है और इस स्केल पर शुरू हो रही है
पूरे वर्ल्ड की जितनी भी बड़ी ताकत जिसमें हम डेवलप्ड कंट्रीज कहते हैं उनकी रिक्वायरमेंट को भी वो फुलफिल कर सकती है आप अंदाजा लगाइए कि किस तरीके से इन चीजों को प्रोजेक्ट जो किया जा रहा है मोदी सरकार की तरफ से और दूसरा फिर हम कट टू आज के इस सिनेरियो पर आते हैं जब उन्होंने खुद आज एलसीए तेजस की उड़ान भरी हम आप जानते हैं कि कुछ दिन पहले ही राजस्थान में उन्होंने यह बात कही थी कि विदेशों से एयरक्राफ्ट को इसलिए मंगवाने पर जोर दिया जा था इसलिए भारतीय कंपनियों को इग्नोर किया जा रहा था या फिर उन्हें उतनी जरूरत का जो है उनको उतना फ्यूलिंग नहीं दी जा रही थी ताकि यही कारण राघवन की कॉन्फिडेंस की कमी ना आए लोगों में और ना एचएल कंपनी में विदेशी जो मेहमान है उनके अंदर यह कॉन्फिडेंस की कोई कमी आए इसलिए आज की उड़ान कई मायनों में हम यह कहेंगे सुपरलेटिव डिग्री की दिखाई देती है
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