तिरुपति बालाजी मंदिर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी


PM नरेंद्र मोदी ने किए, तिरुपति बालाजी के दर्शन

दर्शन कर लिया आशीर्वाद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तिरुपति मंदिर पहुंच गए हैं और प्रधानमंत्री तिरुमाला मंदिर में भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन करेंगे जिस बीच प्रधानमंत्री बनने के बाद यह उनका चौथा मौका है जब पीएम मोदी तिरुपति के दर्शनों के लिए आए हैं यह तस्वीरें आप देख रहे हैं तिरुपति मंदिर की प्रधानमंत्री पारंपरिक वेशभूषा में आपको नजर आ रहे हैं यह प्रवेश द्वार है यहां से एंट्री करके अ कुछ पैदल रास्ता चलने के बाद मंदिर के गर्भगृह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंचेंगे आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत राज्यपाल एस अब्दुल नजीर और मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने किया और अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी त्रिपति मंदिर के अ द्वार से प्रवेश द्वार से गर्भ गृह की तरफ जाते हुए तस्वीरों में आप देख सकते हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तिरुपति बालाजी की बात की जाए तो इस दौरे को बेहद खास माना जा रहा है क्योंकि जहां एक तरफ अपने दौरे की शुरुआत प्रधानमंत्री मंदिर में दर्शन से पूजन से कर रहे हैं यह गर्भगृह की तस्वीरें आप देख रहे हैं ।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूसरी तस्वीर में आपको भगवान बालाजी के दर्शन करते हुए तस्वीरों में नजर आ रहे हैं और कहा यह भी जा रहा है कि मंदिर से तेलंगाना के वोटरों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साध और उन्हें संदेश देंगे तिरुपति बालाजी के दर्शन वो कर चुके हैं और अब से कुछ देर पहले की ये तस्वीरें हम आपको दिखा रहे हैं तिरुमला मंदिर जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वहां की पारंपरिक वेशभूषा में पहुंचे और तेलंगाना में क्योंकि अभी वोटिंग होनी बाकी है और ऐसे में विधानसभा चुनावों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यहां पर पहुंच चना तिरुमला मंदिर में दर्शन करना और उसके बाद पूजा अर्चना के बाद लोगों को संबोधित करना एक बड़ा संदेश देता है और जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक प्रधानमंत्री आज यहां पर लोगों को संबोधित भी करेंगे और ऐसे में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों को संबोधित करेंगे तो एक बड़ा संदेश देने की कोशिश करेंगे ।


भगवान वेंकटेश्वर की पूजा अर्चना की

पार्टी के पक्ष में प्रत्याशियों के पक्ष में वोट अपील भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूजा करते हुए नजर आएंगे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिन के तेलंगाना दौरे पर हैं और इस बीच कल रात को व तिरुपति पहुंचे वह हमने देखा और आज तिरुमाला मंदिर में भगवान वेंकटेश्वर की पूजा अर्चना में शामिल होंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कम से कम 45 मिनट वहां पर रुकेंगे पीएम और जो वीआईपी दर्शन मंदिर में होते हैं व फिलहाल इसी को देखते हुए रद्द कर दिए गए हैं और अगर सुरक्षा की बात करी जाए तो तिरुमाला जाने वाले सभी रास्तों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम जगनमोहन रेड्डी के दौरे के मद्देनजर कड़ी सुरक्षा की जा रही है जी राघवन हमारे सहयोगी ज्यादा जानकारी के लिए जुड़ गए हैं राघवन डे टू डे आज का प्लान क्या है ।


रिपोंर्टिंग के जरिये जाने

पीएम मोदी का दर्शन तो हो चुके हैं जी बिल्कुल देखिए यह कह सकते हैं प्रिया की जो शेड्यूल टाइम था उससे कुछ समय पहले ही प्रधानमंत्री मंदिर में पहुंच गए थे हालांकि कल रात ही वो तिरुमला पहुंच गए थे जहां पर रचना गेस्ट हाउस में वो रुके थे ऐसा बताया गया कि 8 बजे उन्हें मंदिर के महाद्वार पर आना है लेकिन उस से पहले ही ऐसा बताया जा रहा है कि वो कुछ मिनट पहले ही वहां पर पहुंच गए थे आपने जैसा देखा दक्षिण भारत की जो पारंपरिक वेशभूषा है जिसे वेष्टर्न कहा जाता है वो उन्होंने धारण किया हुआ था उनके ललाट पर तिरुनामम देखा गया जो सफेद एक कह सकते हैं कि यू शेप का होता और बीच में लाल जो सिंदूर से एक उसमें श्री चरम लगाया जाता है तो ये एक पारंपरिक वेशभूषा है और इसी अटायर के साथ तिरुपति में भगवान बालाजी के दर्शन किए जाते हैं और उसी वेशभूषा में हमें प्रधानमंत्री नजर आए।


ध्वज को दी गई है ब्रह्मा विष्णु और महेश की संज्ञा

महाद्वार पर जो वहां के पंडित हैं उन्होंने उनका सम्मान किया स्वागत किया उसके बाद सबसे पहले उन्होंने ध्वज स्तंभम की पूजा की हालांकि गर्भ ग्रह की तस्वीरें कभी भी तिरुपति बालाजी मंदिर से नजर नहीं आती है इसलिए ध्वज स्तंभम को ज्यादा प्रधानता वहां पर दी जाती है ध्वज स्तंभम वो स्तंभ होता है जहां पर जितने भी मेन कार्यक्रम होते हैं मंदिर के उसकी पूजा के बाद ही वह कार्यक्रम होते हैं उसके जो तीन ऊपर कह सकते हैं जो ध्वज आकार के जो तीन कोण होते हैं वो गर्भ ग्रह की और सा तिक तौर पर देखे जाते हैं उन तीनों कोणों को ब्रह्मा विष्णु और महेश की संज्ञा दी गई है इसलिए ध्वज स्तंभ की पूजा जो है किसी भी मंदिर में दक्षिण भारत में बहुत ज्यादा महत्त्वपूर्ण मानी जाती है इस पूजा के बाद हमने देखा कि प्रधानमंत्री गर्भ ग्रह में थे करीब 15 मिनट तक उन्होंने वहां पर आरती का जो है वो सेवा की वो पूजा अर्चना की उसके बाद जो वाहन मंडप है जिसे रंगनायकी मंडप कहा जाता है वहां पर उनका सम्मान किया गया जो दिव्य प्रबंधन है श्री सुक्तम है पुरुष सुक्तम है ऐसे श्लोक के साथ प्रधानमंत्री का सम्मान वहां पर मंदिर के पुजारियों ने किया फिर उन्हें प्रसाद वितरण किया गया ।


लड्डू है प्रसिद्धि का कारण

आप हम जानते हैं कि तिरुपति बालाजी का लड्डू जो है वो बहुत फेमस है पूरी दुनिया में उसकी चर्चा होती है वो प्रसाद लड्डू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खिलाया गया उसके बाद वो बाहर निकले हैं कुछ ही पलों में वो यहां से तिरुमला से तिरुपति रेण गुंटा एयरपोर्ट चले जाएंगे और उसके बाद एक बार फिर वो तेलंगाना के जीरावन बिल्कुल ये तस्वीरें हम देख रहे हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रधानमंत्री बनने के बाद यह चौथा दौरा है कोविड काल के बाद यह पहला दौरा दौरा माना जा रहा है तिरुपति बालाजी मंदिर का और जब तस्वीरें हम देख रहे हैं यह तो प्रवेश द्वार से अंदर जाते हुए लेकिन गर्भ गृह की भी कुछ तस्वीरें सामने आई तो किस तरह से वहां पूरी पूजा अर्चना की जाती है क्या कुछ खास मंत्रोच्चारण या कुछ खास रीति रिवाजों का पालन किया जाता है गर्भ ग्रह के अंदर जी देखिए गर्भ ग्रह के अंदर कैमरे कभी भी अलाउड नहीं है ।


तिरुपति बालाजी के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य

वेंकटेश्वर भगवान का यह मंदिर है जिसे विष्णु का साक्षात स्वरूप कहा जाता है ऐसी मान्यता है कि भगवान विष्णु खुद वहां पर विराजमान है इसी वजह से हम देखते हैं कि दुनिया भर में वैटिकन के बाद जो सबसे बड़ा धनी देवालय जिसे कहा जा सकता है मंदिर कहा जा सकता है वो तिरुपति बालाजी का मंदिर है 60 से 700 हज श्रद्धालु रोज यहां पर दर्शन करते हैं तीन करोड़ औसतन इस मंदिर की प्रतिदिन की इनकम होती है तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इस मंदिर की पॉपुलर और शक्ति कितनी है और यही वजह है कि अपने चुनाव प्रचार के बीच में कुछ समय निकालकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वहां पर पहुंचे हैं उन्होंने एक ट्वीट किया है कुछ देर पहले जिसमें उन्होंने कहा है कि भगवान तिरुपति बालाजी से वेंकटेश्वर स्वामी से उन्होंने 140 भारतीय लोगों की कुशल क्षेम की प्रार्थना की है तो आप इस तरह से देखिए कि प्रधानमंत्री को वहां पर जो वहां के पुजारी है जो आगम शास्त्र है वेद है पुराण है उनके मंत्रोचार श्लोकों के साथ वहां पर सम्मान किया जाता है इसे पूर्ण कुंभ कलश सम्मान कहा जाता है जो दक्षिण भारत की एक परंपरा है इस परंपरा के तहत प्रधानमंत्री का भी सम्मान किया गया प्रसाद वितरण किया गया।

उससे पहले गर्भ ग्रह में हमें बताया गया की एक खास आरती भगवान वेंकटेश्वर की की गई जिसके लिए प्रधानमंत्री वहां पर मौजूद थे उनके अलावा जो टीटीडी के चेयरमैन हैं करुणाकर रेड्डी और जो ईओ हैं धर्मा रेड्डी सिर्फ इन्हीं लोगों को वहां पर अलाउ किया गया था सुरक्षा की दृष्टि से दूसरी तरफ आप जैसा मैं जिक्र कर रहा था 60 से 70000 लोग वहां पर रोज दर्शन के लिए पहुंचते हैं इसलिए 24 घंटे जो है मंदिर सिर्फ अंदाजा लगा सकती हैं कि सिर्फ 12 मिनट के लिए रात में 2 बजे से लेकर 2:1 तक वो सफाई के लिए उस मंदिर को बंद किया जाता है 24 घंटे वहां पर दर्शन के लिए दर्शनार्थी जो है वो मौजूद रहते हैं लेकिन आज क्योंकि वीवीआईपी मूवमेंट था ।

इसीलिए दर्शन को ब्रेक किया गया है लोगों को वहां पर करीब दो घंटे का इंतजार करना पड़ेगा उसके बाद वापस नियमित दर्शन शुरू हो जाएंगे आप आज की जो अगर मैं बताऊं कल के जो आंकड़े आए हैं हमारे पास ऐसा बताया जा रहा है जो मुफ्त दर्शन है उसमें 24 घंटे का वक्त लग रहा है 31 कंपार्टमेंट वहां पर बनाए गए हैं जिसमें वेटिंग लोग करते हैं तो इतने लालायित होते हैं भगवान बालाजी के दर्शन के लिए देश के श्रद्धालु विदेशों से भी यहां पर लोग लगातार पहुंचते हैं और आज प्रधानमंत्री ने भी भगवान बालाजी के दर्शन कि और भारतीय लोगों की कुशल क्षम की प्रार्थना बिल्कुल टी राघवन तो भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर लि अब इसके बाद आगे का कार्यक्रम क्या होगा प्रधानमंत्री का कर्नाटक टू तेलंगाना वाया आंध्र प्रदेश और 30 तारीख को चुनाव भी है तेलंगाना में ऐसे में इस दौरे को लेकर और खासकर दर्शनों की टाइमिंग को लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं तो क्या खास आशीर्वाद मांगेंगे ।


प्रधानमंत्री ने वोटरो को साधा

 बिल्कुल देखिए यह य खूबी है प्रधानमंत्री की कि वह बाकी नेताओं से कुछ ऐसा अलग हटकर करते हैं जिससे एक बड़ा संदेश वह जनता के बीच मतदाताओं के बीच देते हैं जैसा हम लगातार चर्चा कर रहे हैं तेलंगाना चुनाव की बात कर ले तो सीधी टक्कर बीआरएस और कांग्रेस के बीच में ही लग रही है बीआरएस एक एंटी इनकंबेंसी जो है जबरदस्त फेस कर रही है इसलिए कांग्रेस को वहां पर अपने चांसेस नजर आ रहे हैं कर्नाटक में बड़ी जीत के बाद हालांकि बीजेपी ने अभी तक उम्मीद नहीं छोड़ी हमने देखा कि पिछले कई दिनों में अमित शाह जेपी नड्डा जितने भी बड़े नेता और अब खुद प्रधान मंत्री तीन दिन तक लगातार तेलंगाना में प्रचार कर रहे हैं कल उन्होंने प्रचार किया आज उन्होंने ब्रेक लिया।

आंध्र प्रदेश तिरुपति बालाजी के दर्शन किए उसके बाद वापस वो चुनाव प्रचार के लिए निकल रहे हैं और शाम में हैदराबाद में एक शानदार बड़ा रोड शो भी करने जा रहे बिल्क ठीक राघवन आप बने रहिए सुरेखा भी हमारे साथ जुड़ी हुई है सुरेखा देखिए चार राज्यों में वोटिंग हो चुकी है 30 तारीख को तेलंगाना के लिए भी वोट डाले जाएंगे और ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिनों के दौरे पर वहां पहुंचे हैं जिसका आज आखरी दिन है किस तरह का उनका पूरा कार्यक्रम रहने वाला है और क्या तैयारी है जी देखिए अभी क्योंकि तिरुपति से निकलेंगे तो उसके बाद जो है उनके यहां पर दो अलग-अलग जगहों पर महबूबाबाद और करीम नगर में जो है उनका एक तरीके से कह सकते हैं भारी अ पब्लिक रैली हो पब्लिक मीटिंग होगा और उसके बाद जो है वो हैदराबाद पहुंच रहे हैं हैदराबाद में जिस तरीके से अगर हम देखें तो हम उस जगह पर हैं जहां पर रोड शो होने जा रहा है आरटीसी क्रॉस रोड से लेकर वीर सावरकर के जो स्टैचू है काचीगुड़ा में करीब लगभग 3 किलोमीटर का जो है ये कह सकते हैं कि रोड शो होने जा रहा है।


गुरुद्वारे में भी गए पीएम नरेंद मोदी

जिस तरीके से कर्नाटका में भी उन्होंने किया था चुनाव के वक्त में उसी तरीके का जो है एक यहां पर रोड शो करने जा रहे हैं और इसके बाद अ गुरुद्वारा भी जाएंगे क्योंकि आज का दिन काफी प्रमुख और अहम है तो इसीलिए गुरुद्वारा भी वो जा रहे हैं अमीरपेट का जिसके वहां पर भी पूरी तरीके से क्योंकि पहले नहीं बताया गया था कि वहां पर जाएंगे लेकिन रात के आसपास जो है यह तय किया गया कि अमीरपेट का जो गुरुद्वारा जो मशहूर है यहां का हैदराबाद वहां पर जाएंगे और उसके बाद एक और उनका कार्यक्रम भी है जो क्योंकि अभी कार्तिक मास चल रहा है और कार्तिक मास में जो ज्योति प्रज्वलन किया जाता है वह काफी अहम होता है और हर कोई यहां पर जो है मंदिरों में हो या घरों में हो दिवाली के बाद कार्तिक मास जो शुरू होता है वहां ज्योति जो है वो दिया जलाया जाता है और उसका एक कार्यक्रम है वहां पर भी वह जा रहे हैं तो एक तरीके से धार्मिक तौर पर भी लोगों से जुड़ने की कोशिश कर रहे हैं ।

प्रधानमंत्री मोदी और कल जिस तरीके से एक स्पिरिचुअल इवेंट था वहां पर दा सुरेखा अगर बीजेपी की बात की जाए तो प्रतीकों की राजनीति करने में माहिर माना जाता है हमने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के चुनावों में देखा वहां के आदिवासी वोटरों को लुभाने के लिए झारखंड बिरसा मुंडा की जयंती मनाने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गए झारखंड से मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के आदिवासी वोटरों को संदेश दिया अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बालाजी में जाना अमीरपेट के गुरुद्वारे में जाना दीप प्रज्वलित करना यह किस तरह से फायदा पहुंचाएगा जी देखिए अगर हम बात करते हैं तिरुपति की तिरुपति एक ऐसा मंदिर है जहां पर दक्षिण भारत या फिर पूरे देश की तो है ही लेकिन दक्षिण भारत के लोगों की आस्था बहुत ज्यादा जुड़ी रहती है और खासकर अगर हम तेलंगाना और आंध्रा की बात करें तो जब राज्य का विभाजन नहीं हुआ था तब से यह आस्था तो बनी हुई है लेकिन साथ ही में बहुत से आंध्रा के लोग जो है वो यहां पर हैदराबाद में बसे हुए हैं तो जाहिर तौर पर उनके वोटर या जो वो वोट है वो कहीं ना कहीं आकर्षित करने की भी कोशिश कह सकते हैं ।


इसके बाद रहेगा आंध्र प्रदेश का दौरा

दूसरी तरफ क्योंकि राजनीतिक तौर पर भी दोनों राज्यों का एक दूसरे के ऊपर प्रभाव रहता है अगला राज्य आंध्र प्रदेश है तो उस तरीके से भी लिहाज से भी देखा जा सकता है और खासकर तिरुपति बालाजी की अगर हम बात करते हैं तो क्योंकि चौथी बार जा रहे हैं और खासकर उस वक्त में जब चुनाव बिल्कुल नजदीक है तो कहीं ना कहीं यह समझाता भी है कि भले ही धार्मिक तौर पर उनका य दर्शन रहा है लेकिन राजनीतिक तौर पर भी इसके कई मायने निकाले जा सकते हैं खासकर जैसे मैंने कहा कि हैदराबाद या फिर हैदराबाद के आसपास के अगर हम बात करें रंगा रेड्डी जिला की बात करते हैं या फिर संगा रेड्डी की अगर हम बात करते तो हैदराबाद से जुड़े हुए या सटे हुए बहुत से ऐसे इलाके और कांस्टेंसी की अगर हम बात करते हैं खासकर कुकटपल्ली का हैदराबाद का कुकटपल्ली का व इलाका माना जाता है जहां पर ज्यादातर आंध्र प्रदेश से या फिर आंध्रा से जुड़े हुए लोग जो है वहां पर बसते हैं चीपली का जो इलाका जो आईटी कॉरिडोर माना जाता है या आईटी हब के आसपास के वो इलाके तो वहां के लिए काफी ज्यादा एक अहम संदेश जो है भाजपा की तरफ से देने की कोशिश कोशिश की गई है।