भीलवाड़ा में पहली बार  (सपाटे) लगाने की प्रतियोगिता होगी। शहर के युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए यह पहल की जा रही हैं, इसमें सर्वाधिक सपाटे लगाने वाले पहलवान को 11 हजार रुपए नकद पुरस्कार देंगे। दूसरे स्थान पर 5100, तीसरे पर 3100, चौथे पर 2100 व पांचवे स्थान पर 1100 रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा। 

प्रतियोगिता में वे खिलाड़ी शामिल होंगे, जो नशा नहीं करते हैं। इसमें महिला पहलवान भी भाग ले सकेगी। आयोजन समिति के नारायण भदाला ने बताया कि नशा मुक्त युवा भारत आंदोलन के तत्वावधान में पहली बार यह प्रतियोगिता होगी। प्रतियोगिता 5 नवंबर को सुबह 9 बजे से दशनाम गोस्वामी समाज मोती बावजी के स्थान पर होगी।

भीलवाड़ा_में_सपाटा_प्रतियोगिता

विभिन्न व्यायामशालाओं के पहलवान लेंगे भाग, सौ से अधिक पहलवानों और खिलाड़ियों का हुआ पंजीयन ...

सुभाष व्यायामशाला, गुरु रामनिवास व्यायाम शाला, केसरी नंदन व्यायामशाला, लव कुश व्यायामशाला, श्री कृष्ण व्यायामशाला, महादेव स्पोट्र्स एकेडमी, राम दल व्यायामशाला, नीलकंठ व्यायामशाला पुर, शिव व्यायामशाला पुर, श्रीराम व्यायामशाला पुर से 110 पहलवानों व कई खिलाड़ियों का पंजीयन हो चुका है। आयोजन समिति के महेश पुरी गोस्वामी, शिव लाल गुर्जर, कपिल समदानी, रविंद्र जुनेजा, भैरू पटेल, प्रकाश तेली, छगन माली प्रतियोगिता के विजेता को पुरस्कार देंगे। सचिव पवन पुरी गोस्वामी, दीपक पारीक, अरविंद जोशी, हंसराज अटारिया, संजीव दाधीच, राजेश गुर्जर, मोती कोली, राजेश गिरी आयोजन को लेकर तैयारियों में लगे हैं। निर्णायक की भूमिका में युगीन साहित्य प्रवाह संस्था रहेगी।

आपको बता दें कि सपाटे एक देशी व्यायाम है। जो 1970 में भारत में अस्तित्व में आया । जिसका अभ्यास ज्यादातर पहलवान करते हैं। हरियाणा, पंजाब ,राजस्थान व उत्तर प्रदेश में इसका ज्यादा चलन हैं, लेकिन अब धीरे-धीरे सभी जगह बढ़ रहा है। इससे बॉडी में स्टेमिना बढ़ने के साथ ही बॉडी शेप में आती है। इससे एक्स्ट्रा बॉडी फेट कम होने, रक्त संचार सही रहने के साथ ही श्वसन क्रिया सही रहती है।