वर्ल्ड कप में India की हार के बाद खिलाड़ियों से मिले PM MODI
वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के हाथों भारत की हार के बाद करोड़ों फैंस सदमे में है वहीं इस हार के बाद टीम इंडिया के खिलाड़ी भी आंसू नहीं रोक पाए स्टेडियम में रोहित सिराज समेत कई खिलाड़ियों की आंखें नम दिखी यही हाल टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम में भी देखने को मिला बड़े से बड़ा खिलाड़ी भी हार की वजह से टूट सक गया था इस बीच सामने खड़े थे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पीएम मोदी को ड्रेसिंग रूम में देखकर अपने आंसू नहीं रोक पाए आपको बता दें कि टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने पीएम मोदी के साथ अपनी एक तस्वीर शेयर की है जिसमें पीएम मोदी उन्हें गले लगाते हुए नजर आ रहे हैं यह तस्वीर 19 नवंबर को अहमदाबाद में हुए भारत ऑस्ट्रेलिया वर्ल्ड कप फाइनल के बाद की है टीम इंडिया हार के बाद पीएम मोदी भी अपनी सीट से उठकर सीधे टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम में पहुंचे जहां उन्होंने भारतीय खिलाड़ियों को धाडस बताया व भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा कि बदकिस्मती से कल हमारा दिन नहीं था
इस पूरे टूर्नामेंट के दौरान हमारी टीम और मेरा समर्थन करने के लिए मैं सभी भारतीयों को धन्यवाद देना चाहता हूं पीएम मोदी को ड्रेसिंग रूम में आकर हमारी हौसला अफजाई करने के लिए हम सभी शुक्रगुजार हैं हम निश्चित तौर पर फिर से वापसी करेंगे इस दौरान पीएम मोदी ने रविंद्र जडेजा से भी मुलाकात की और उनसे मैच को लेकर कुछ बातचीत की बता दें कि पीएम मोदी से मुलाकात की तस्वीर रविंद्र जडेजा सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए दिखे आपको बता दें कि खिलाड़ी ही नहीं हार के बाद तो करोड़ों फैंस का भी दिल टूट गया था कुछ फैंस ने तो कैमरे पर अपना दर्द भी बया किया भाई उम्मीद टूट गया यार जितना उम्मीद कि कोई नहीं कोई नहीं चा साल बाद होगा इल्ला इंशा अल्लाह गम को लेकर आप काफी नाराज लग रही
फाइनल तक ले यही सोच र फाइनल तक ले गया है नट से बाहर हो गया उसके लिए है उठो मुझे लगता है कि टॉस से फर्क पड़ता है अगर टॉस इंडिया जीता होता तो उन्होने पक्की बात चेज करना प्रेफर किया होता पहले वो फीडिंग करते है बिकॉज चेज इंडिया ने आज तक हमेशा बेटर किया कपे टू पहले बैटिंग से बाकी कुछ हद तक फील्डिंग तो लूज है ही एस कंपेयर टू ऑस्ट्रेलिया बाकी उन्होंने मेहनत तो पूरी की है इंडिया ने वो तो कंग थोड़ा सा बुरा लगता है कई बार जब यू नो काफी उम्मीदें होती है काफी प्रैक्टिस भी करी होती है उसके बाद भी जब हार जाते हैं तो थोड़ा बुरा तो लगता है भारत की टीम भले ही वर्ल्ड कप हार गई हो लेकिन उसने अपने प्रदर्शन से करोड़ों दिलों को जीता है टाइम्स नाउन भारत डिजिटल की रिपोर्ट
राजस्थान के बूंदी में राहुल गांधी का जाति वाला दाव , मां भारती पर पूछे ये सवाल
बूंदी की रैली में राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए सवाल पूछा कि भारत माता कौन है सवाल उठता है कि राहुल गांधी क्यों सवाल उठा रहे हैं कि भारत माता कौन है दरअसल राहुल गांधी यहां पर जाती जनगणना का का ल रहे थे इसी के बहाने राहुल भारत माता को लेकर सवाल उठाते हुए नजर आए रिपोर्ट देखिए मैं जानना चाहता हूं यह भारत माता कौन है राजस्थान में 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव प्रचार के नाम पर बीजेपी और कांग्रेस बयानों के जरिए एक दूसरे पर अंगारे बरसा रहे हैं सत्ता पाने के लिए हर हथकंडा अपनाया जा रहा है सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बूंदी में नरेंद्र मोदी पर हमला बोला मोदी पर हमला करते हुए राहुल गांधी भारत माता को ही घसीट लाए राहुल ने सवाल पूछा कि आखिर यह भारत माता है कौन क मैं सवाल है सब लोग यह नारा लगाते हैं बहुत सुनने को मिलता है भारत माता की जय मगर यह भारत माता है कौन य है क्या सवाल है मैं जानना चाहता हूं हम यह नारा लो रोज लगाते हैं मैं जानना चाहता हूं यह भारत माता कौन है दरअसल राहुल गांधी जाति जनगणना को मुद्दा बना रहे हैं इसी के बहाने राहुल ने भारत माता का नाम लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला और कहा कि उन्होंने संसद में भी प्रधानमंत्री मोदी से भारत माता के बारे में पूछा लेकिन वो चुप रहे पार्लियामेंट हाउस में नरेंद्र मोदी उस साइड में इस साइड मैंने सवाल पूछा नरेंद्र मोदी जी एक बात बताइए अगर आप कहते हो भारत माता की जय का नारा लगाते हो और आप हर भाषण में कहते हो मैं ओबीसी मैं ओबीसी मैं ओबीसी तो मुझे एक बात बता दो यह जो 90 अफसर हिंदुस्तान को चलाते हैं जिसको हम सेक्रेटरी टू गवर्नमेंट ऑफ इंडिया कहते हैं कैबिनेट सेक्रेटरी कते इनमें से ओबीसी कितने
उत्तरकाशी में फंसे मजदूरों को अब इन 6 प्लान के जरिए बचायेगी Rescue Team
उत्तर काशी में टनल में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए बड़े पैमाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है कई दौर की प्लानिंग और कई रेस्क्यू प्रयासों के बाद भी अभी तक टनल से एक भी मजदूर को बाहर नहीं निकाला जा सका है इस रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान सबसे बड़ी चुनौती उस मलबे से निपटने की है जो रुक-रुक कर सुरंग के अंदर गिर रहा है इस चुनौतीपूर्ण हालात को देखते हुए अब एक साछ प्लान पर काम किया जा रहा है वहीं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी इस रेस्क्यू ऑपरेशन पर करीबी से नजर बनाए हुए हैं और उन्होंने कहा है कि मजदूरों को बचाने के लिए छ प्लान पर काम किया जा रहा है इसके लिए करीब छ विकल्प लोगों ने दिए छ विकल्पों पर काम कर रहे हैं भारत सरकार की अलग-अलग एजेंसी है जिनको जिम्मेदारी दी गई है पीएमओ से भी विशेष रूप से यहां ध्यान दिया जा रहा है उत्तराखंड के सरकार सकार उनके मुख्य सचिव और उनकी पूरा सहयोग है और एनएचआई डीसीएल यह भी इसमें विशेष रूप से हमारे महमूद करके एडिशनल सेक्रेटरी जो मैनेजिंग डायरेक्टर वो भी काम कर रहे हैं यहां आसपास हिमालय में जहां प्राइवेट सेक्टर में जोजिला टनल का काम चल रहा है बाकी टनल का काम चल रहा है उन प्राइवेट सेक्टर में भी टनल के काम करने वाले एक्सपर्ट जो थे उनको भी यहां बुलाया जो बीआरओ के थे उनको भी बुलाया
बता दें कि टनल में फंसे 41 मजदूरों को निकालने के लिए रेस्क्यू टीम का पहला प्लान है सुरंग के अंदर 900 मिलीमीटर का पाइप ड्रिल करके सुरंग के आकार का रास्ता बनाकर सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकालना प्लान नंबर दो है पहाड़ की चोटी से ड्रिल करना और मलबे के पीछे रास्ता तैयार करना रेस्क्यू टीमों का प्लान नंबर तीन है सुरंग के दाए ओर से ड्रिलिंग करके सभी 41 मजदूरों को बाहर निकालना वहीं प्लान नंबर चार के तहत सुरंग की बाई ओर से सीधी ड्रिलिंग करके मलबे के पीछे एक और वैकल्पिक रास्ता तैयार करना रेस्क्यू टीम में प्लान नंबर पांच के तहत एंट्री पॉइंट से तेजी से खुदाई कर रही है जिनका लक्ष्य उस 450 मीटर इलाके पर है जहां मजदूर फंसे हुए हैं वहीं छठा प्लान मलबे चट्टानों के बीच आपूर्ति लाइन दुरुस्त करना जिसके लिए माइक्रो ड्रोन कैमरों की भी मदद ली जा रही है और एक आपूर्ति लाइन पहाड़ की चोटी से भी बनाने का प्रयास किया जा रहा है आपको बता दें कि टनल में पिछले 9 दिन से 41 मजदूर फंसे हुए हैं टनल में फंसे मजदूरों में से कई की अब टनल के अंदर तबीयत खराब की भी जानकारी सामने आ रही है
तबीयत खराब होने के बाद टनल के पास मौजूद मेडिकल टीमों ने अंदर दवाइयां भी भेजी हैं बताया जा रहा है कि कई मजदूर जिस दिन से टनल में फंसे हुए हैं उस दिन से उन्हें ठीक तरह से नींद नहीं आ रही है इसके अलावा ठीक ढंग से ना खा पाने की वजह से कई तरह की दिक्कतें भी हो रही हैं पिछले आठ दिनों से टनल में फंसे मजदूरों के परिवार वाले भी रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर कई सवाल उठा रहे हैं बता दें कि सुरंग में फंसे हुए यह सभी मजदूर बिहार झारखंड उत्तर प्रदेश पश्चिम बंगाल उड़ीसा उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के रहने वाले हैं और कई मजदूरों के परिवार के लोग भी हादसे वाली जगह पर पहुंचे हुए हैं टाइम्स नाव न भारत डिजिटल की रिपोर्ट
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